महा आयुर्वेदि जड़ीबूटी तेजपत्ता

                                                           
                                                     
तेजपत्ता कि पहचान
तेज पत्ता हर भारतीय रसोई में आपको आसानी से मिल जाएगा। यह ऐसा मसाला है, जिसका इस्तेमाल व्यंजनों में जायका और खुशबू बढ़ाने के लिए किया जाता है। ये पत्तियां कुछ हद तक यूकेलिप्टस की पत्तियों जैसी नजर आती हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि इसका इस्तेमाल कर कई शारीरिक बीमारियों से बचा सकता है। आयुर्वेद में इस औषधीय पत्ते के प्रयोग के कई लाभ बताए गए हैं। इसलिए, स्टाइलक्रेज के इस आर्टिकल में हम बता रहे हैं कि तेज पत्ता किस प्रकार आपके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हो सकता है। साथ ही जानिए इसके इस्तेमाल के विभिन्न तरीके और कुछ नुकसान।आइए, लेख को शुरू करते हैं और सबसे पहले जानते हैं कि आखिर तेज पत्ता कहा किसे जाता है। तेज पत्ते का वैज्ञानिक नाम लॉरस नोबिलिस है। यह एक सुगंधित पत्ता है, जो लॉरस परिवार से संबंधित है। खाने और औषधि में इसका उपयोग 1 हज़ार वर्षों से किया जा रहा है। तेज पत्ते की 2400 से 2500 प्रजातियां हैं, जिसमें से अधिकतर पूर्वी एशिया, दक्षिण व उत्तरी अमेरिका और एशिया में पाई जाती हैं। इस पत्ते में टैनिन, फ्लेवोन, फ्लेवोनोइड्स, एल्कलॉइड्स, यूजेनॉल, लिनालूल और एंथोसायनिन शामिल हैं। प्रजाति के अनुसार सभी के रासायनिक घटक अलग-अलग हो सकते हैं। आमतौर पर मसाले, एसेंशियल ऑयल व पारंपरिक चिकित्सा में प्रयोग होने वाले इस पत्ते की दो प्रजातियां प्रयोग की जाती हैं – लॉरस एजोरिका और एल नोबिलिस। तेजपत्ता का उपयोग इसके सूखने के बाद ही होता है। इसके कई औषधीय गुण भी हैं, जिनकी चर्चा हम आगे लेख में विस्तार से करेंगे

तेज पत्ता के फायदे

1. डायबिटीज के लिए तेज पत्ता के फायदे

मधुमेह की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए तेज पत्ते का सेवन लाभकारी हो सकता है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार तेज पत्ता युक्त कैप्सूल का सेवन इंसुलिन के स्तर में सुधार कर सकता है। इससे व्यक्ति के रक्त में ग्लूकोज की मात्रा घट सकती है। शोध के दौरान 30 दिन तक टाइप 2 डायबिटिज से पीड़ित मरीजों को तेज पत्ते के कैप्सूल खाने के लिए दिए गए। 30 दिन के बाद इनके सीरम ग्लूकोज में 21% से 26% तक की कमी देखी गई। साथ ही कोलेस्ट्रॉल प्रोफाइल में सुधार पाया गया। इस अध्ययन के आधार पर कहा जा सकता है कि तेज पत्ते का सेवन टोटल कोलेस्ट्रॉल में 20 से 24% तक की कमी ला सकता ह। इसलिए, तेज पत्ता खाने के फायहो सकते हैं।

2. श्वसन तंत्र के लिए तेज पत्ता के लाभ

तेज पत्ता खाने के फायदे में खांसी, फ्लू, ब्रोंकाइटिस, अस्थमा व इन्फ्लूएंजा जैसी सांस से जुड़ी समस्याओं से राहत मिलना भी शामिल है । तेज पत्ते के अर्क में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, इसलिए इसे सूजन कम करने में मददगार माना जा सकता है। इसमें एथनॉलिक एक्सट्रैक्ट और कुछ अन्य कंपाउंड पाए जाते हैं, जिसमें एंटीइंफ्लेमेटरी और दर्दनिवारक प्रभाव होता है। इनके कारण तेज पत्ता श्वसन तंत्र में आई सूजन और उससे पैदा होने वाली बीमारियों से बचाव कर सकता है ।

3. दांतों के लिए उपयोगी

दांतों के लिए भी तेज पत्ता फायदेमंद हो सकता है। वैज्ञानिक अध्ययन कहते हैं कि इसकी टहनियों में कुछ वाष्पशील (सामान्य तापमान पर आसानी से भाप बनने वाले) तेल होते हैं, जो खून के बहाव को बेहतर कर सकते हैं। साथ ही इसमें विटामिन-सी जैसे टैनिन पाए जाते हैं, जो मसूड़ों के टिश्यू में कसाव लाकर उन्हें स्वस्थ बनाए रख सकते हैं। साथ ही तेज पत्ते से बनने वाली राख से मंजन करने से मसूड़े मजबूत हो सकते हैं। तेज पत्ता मुंह में बैक्टीरिया को पनपने से भी रोक सकता है। एनसीबीआई की वेबसाईट पर प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार तेज पत्ते का एसेंशियल ऑयल मुंह में पाए जाने वाले स्टैफिलोकॉकस ऑरियस नामक बैक्टीरिया के खिलाफ लड़ सकता है।

4. कैंसर से बचाव में सहायक

विज्ञान कैंसर जैसी खतरनाक और जानलेवा बीमारी पर लगातार रिसर्च करता आ रहा लेकिन इस बीमारी का सटीक इलाज अभी खोजना बाकी है। हां, खान-पीन का ध्यान रखकर और नियमित रूप से व्यायाम करके इससे बचाव किया जा सकता है। तेज पत्ता भी कैंसर से बचाव में सहायक खाद्य पदार्थों में से एक है। यह कैंसर कोशिकाओं के विकास में बाधा उत्पन्न करता है। एनसीबीआई की ओर से उपलब्ध एक अध्ययन में इस बात की पुष्टि की गई है। इस अध्ययन में यह भी कहा गया है कि तेज पत्ता के गुण पेट के कैंसर से बचाव कर सकते हैं ।एक अन्य अध्ययन के अनुसार, तेज पत्ते के अर्क में कैंसर रोधी प्रभाव पाया जाता है, जो स्तन कैंसर के विकास को बाधित कर सकता है। तेज पत्ते में मौजूद एंटीप्रोलिफेरेटिव (कोशिका प्रसार को रोकने वाले) और साइटोटॉक्सिक (कोशिकानाशक) गुण स्तन कैंसर को पनपने से रोक सकते हैं । इसलिए, कहा जा सकता है कि तेज पत्ता खाने के फायदे में कैंसर से बचाव शामिल है।

5. सूजन कम करने में तेज पत्ते के फायदे

दर्द व सूजन के लिए भी तेज पत्ते के फायदे बहुत हैं। एक ऑस्ट्रेलियाई अध्ययन में पाया गया है कि ये पत्तियां COX-2 नामक एंजाइम की गतिविधि को रोकने का काम कर सकती हैं। इस एंजाइम के कारण शरीर में सूजन बढ़ सकती है । इसके अलावा, इस पत्ते में मौजूद सिनेओल भी सूजन से लड़ने का काम कर सकता है लेख को शुरू करते हैं और सबसे पहले जानते हैं कि आखिर तेज पत्ता कहा किसे जाता है।तेज पत्ते का वैज्ञानिक नाम लॉरस नोबिलिस  है। यह एक सुगंधित पत्ता है, जो लॉरस परिवार से संबंधित है। खाने और औषधि में इसका उपयोग 1 हज़ार वर्षों से किया जा रहा है। तेज पत्ते की 2400 से 2500 प्रजातियां हैं, जिसमें से अधिकतर पूर्वी एशिया, दक्षिण व उत्तरी अमेरिका और एशिया में पाई जाती हैं। इस पत्ते में टैनिन, फ्लेवोन, फ्लेवोनोइड्स, एल्कलॉइड्स, यूजेनॉल, लिनालूल और एंथोसायनिन शामिल हैं। प्रजाति के अनुसार सभी के रासायनिक घटक अलग-अलग हो सकते हैं। आमतौर पर मसाले, एसेंशियल ऑयल व पारंपरिक चिकित्सा में प्रयोग होने वाले इस पत्ते की दो प्रजातियां प्रयोग की जाती हैं – लॉरस एजोरिका और एल नोबिलिस। तेजपत्ता का उपयोग इसके सूखने के बाद ही होता है। इसके कई औषधीय गुण भी हैं, जिनकी चर्चा हम आगे लेख में विस्तार से करेंगे

6. फंगल इन्फेक्शन से बचाए

तेज पत्ता एंटीफंगल गुणों से भी समृद्ध होता है। यह विशेष रूप से कैंडिडा एल्‍बीकैंस नाम के यीस्ट संक्रमण के खिलाफ प्रभावी रूप से काम कर सकता है। इसलिए, त्वचा संबंधी का एसेंशियल ऑयल इस्तेमाल में लाया जा सकता है। इस बात की पुष्टि एनसीबीआई की साइट पर उपलब्ध एक वैज्ञानिक शोध से होती है ।

7. जख्म ठीक करने में सहायक

तेज पत्ता घाव को बेहतर रूप से भरने में मदद कर सकता है। इस संबंध में एनसीबीआई की वेबसाइट पर एक वैज्ञानिक शोध मौजूद है। इस अध्ययन के अनुसार, तेज पत्ते का अर्क ग्रेनुलेशन टिश्यू यानी जख्म को भरने में सहायक कनेक्टिव टिश्यू के विकास में मदद कर सकता है। साथ ही तेज पत्ते का अर्क घाव को जल्दी भरने में सहायक हाइड्रॉक्सीप्रोलाइन  जैसी जटिल रासायनिक क्रियाओं को भी बढ़ा सकता है ।

8. वजन कम करने में तेज पत्ता के लाभ

वजन कम करने के लिए भी तेज पत्ता खाने के फायदे उठाए जा सकते हैं। तेज पत्ता उन जड़ी-बूटियों में शामिल है, जो भूख को नियंत्रित कर सकता है। इसलिए, इसका सेवन करने के बाद व्यक्ति अतिरिक्त कैलोरी लेने से बच सकता है और वजन को नियंत्रित रख सकता है। फिलहाल, इस बात की पुष्टि के लिए कोई वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है।

9. किडनी समस्याओं से बचाव

किडनी और पेशाब की नली में मौजूद पथरी के इलाज में तेज पत्ते के अर्क का इस्तेमाल पारंपरिक रूप से किया जाता है। यह किडनी की मांसपेशियों को सीधे आराम देने में कारगर हो सकता है। इसमें लॉरिक एसिड पाया जाता है, जो किडनी की समस्याओं से राहत दिला सकता है। इस तथ्य का प्रमाण एनसीबीआई की ओर से प्रकाशित एक मेडिकल रिसर्च से मिलता है। इस रिसर्च के दौरान सांकल हर्बल ड्रॉप का इस्तेमाल किया गया है, जिसमें तेज पत्ता सहित विभिन्न प्रकार की जड़ी-बूटियां शामिल थीं। इस ड्रॉप की मदद से किडनी के स्वास्थ्य में सुधार नजर आया ।

10. कोलेस्ट्रॉल और दिल के लिए

कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करने के लिए भी तेज पत्ते का इस्तेमाल किया जा सकता है। एक शोध से इस बात की पुष्टि होती है कि तेज पत्ते से प्राप्त इथेनॉल अर्क कोलेस्ट्रॉल सीरम स्तर को कम करने में सहायक हो सकता है। इस अर्क में कुछ फेनौलिक यौगिक होते हैं, जो एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि के चलते खराब कोलेस्ट्रॉल यानी एलडीएल को घटाने में सहायक हो सकते हैं। वहीं, अच्छे कोलेस्ट्रॉल यानी एचडीएल का स्तर बढ़ता है।  से हृदय का स्वास्थ्य भी ठीक रहता है। इस आधार पर कहा जा सकता है कि तेज पत्ते के सेवन से कोलेस्ट्रॉल और हृदय की कार्यप्रणाली ठीक रहती है ।

11. त्वचा के लिए तेज पत्ता के लाभ

त्वचा के लिए तेज पत्ता बहुत फायदेमंद है। इसलिए, इसके एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल कॉस्मेटिक उद्योग में क्रीम, इत्र और साबुन बनाने में किया जाता है। यह त्वचा को गहराई से साफ कर सकता है, क्योंकि इसमें एस्ट्रिंजेंट गुण मौजूद होता है। साथ ही तेज पत्ते का प्रयोग स्किन रैशेज और कीड़ों व मच्छरों से सुरक्षा पाने में भी किया जा सकता है ।

12. बालों के लिए गुणकारी

तेज पत्ते का उपयोग सेहत व त्वचा के साथ-साथ बालों के लिए भी किया जा सकता है। यह बालों की जड़ों को फंगल और बैक्टीरियल संक्रमण से दूर रख सकता है, क्योंकि यह एंटी फंगल और एंटी बैक्टीरियल गुणों से समृद्ध होता है। इन्हीं गुणों के चलते तेज पत्ते से निकले एसेंशियल ऑयल का प्रयोग रूसी और सोरायसिस से बचाने वाले लोशन में किया जाता है ।

तेज पत्ता के नुकसान – 

तेज पत्ते के लाभ आप जान चुके हैं, लेकिन अधिक मात्रा में इसका सेवन दुष्प्रभाव का कारण भी बन सकता है, जैसे 

  • गर्भावस्था या स्तनपान के दौरान तेज पत्ता या इसके सप्लीमेंट के सेवन के बारे में पर्याप्त विश्वसनीय जानकारी नहीं है, इसलिए गर्भावस्था के दौरान इसका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
  • मधुमेह के रोगी तेजपत्ते का सेवन डॉक्टर की देखरेख में ही करें।
  • ये पत्तियां एनेस्थीसिया की दवाओं के साथ रिएक्शन करके केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (CNS) को धीमा कर सकती है। इसलिए सर्जरी से कम से कम 2 सप्ताह पहले तेज पत्ते या इसके किसी सप्लीमेंट के सेवन को रोक देना सही निर्णय साबित हो सकता है।
  • तेज पत्ता के नुकसान में एलर्जी भी शामिल है। तेज पत्ते से बनाया गया एसेंशियल ऑयल संवेदनशील त्वचा पर एलर्जी का कारण बन सकता है। इस लेख में आपने जाना कि तेज पत्ते के फायदे और तेज पत्ता के नुकसान क्या-क्या हो सकते हैं। इस लेख से ये निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि तेज पत्ते को मसाले के रूप में खाना लाभदायक है। इसके सेवन से कई बीमारियों से बचा जा सकता है। वहीं, अगर कोई गंभीर रूप से बीमार है, तो डॉक्टर से इलाज जरूर करवाना चाहिए। साथ ही इस बात को भी ध्यान में रखने की जरूरत है कि इसके नियमित उपयोग के दौरान अगर कोई दुष्प्रभाव दिखाई दे, तो तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए। ऐसी ही रोचक और ज्ञानवर्द्धक जानकारी के लिए स्टाइलक्रेज के अन्य लेख जरूर पढ़ें।
  •                                                                                                      सिताराम सावजी उतेकर
                                                                                                   महा आयुर्वेदि जड़बुटी तेजपत्ता

                                                                                                        मो नं 9833696512
    विषेश जानकारी अगर किसी भी प्रकार कि त्वचा संबंधी बीमारी सफेद दाग, सोरायसीस, एज्जिमा,लाल चट्टे है तो उपर दिये हुये नंबर से संपर्क किजिए






नीचे है विस्तृत जानकारी

आइए, लेख को शुरू करते हैं और सबसे पहले जानते हैं कि आखिर तेज पत्ता कहा किसे जाता है।

तेज पत्ते का वैज्ञानिक नाम लॉरस नोबिलिस (laurus nobilis) है। यह एक सुगंधित पत्ता है, जो लॉरस परिवार से संबंधित है। खाने और औषधि में इसका उपयोग 1 हज़ार वर्षों से किया जा रहा है। तेज पत्ते की 2400 से 2500 प्रजातियां हैं, जिसमें से अधिकतर पूर्वी एशिया, दक्षिण व उत्तरी अमेरिका और एशिया में पाई जाती हैं। इस पत्ते में टैनिन, फ्लेवोन, फ्लेवोनोइड्स, एल्कलॉइड्स, यूजेनॉल, लिनालूल और एंथोसायनिन शामिल हैं। प्रजाति के अनुसार सभी के रासायनिक घटक अलग-अलग हो सकते हैं। आमतौर पर मसाले, एसेंशियल ऑयल व पारंपरिक चिकित्सा में प्रयोग होने वाले इस पत्ते की दो प्रजातियां प्रयोग की जाती हैं – लॉरस एजोरिका और एल नोबिलिस। तेजपत्ता का उपयोग इसके सूखने के बाद ही होता है। इसके कई औषधीय गुण भी हैं, जिनकी चर्चा हम आगे लेख में विस्तार से करेंगे (1)।

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आगे है और जानकारी

तेज पत्ता क्या है, यह जानने के बाद अब हम तेज पत्ता खाने के फायदे के बारे में बात करेंगे।

तेज पत्ता के फायदे – Benefits of Bay Leaf in Hindi

1. डायबिटीज के लिए तेज पत्ता के फायदे

मधुमेह की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए तेज पत्ते का सेवन लाभकारी हो सकता है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार तेज पत्ता युक्त कैप्सूल का सेवन इंसुलिन के स्तर में सुधार कर सकता है। इससे व्यक्ति के रक्त में ग्लूकोज की मात्रा घट सकती है। शोध के दौरान 30 दिन तक टाइप 2 डायबिटिज से पीड़ित मरीजों को तेज पत्ते के कैप्सूल खाने के लिए दिए गए। 30 दिन के बाद इनके सीरम ग्लूकोज में 21% से 26% तक की कमी देखी गई। साथ ही कोलेस्ट्रॉल प्रोफाइल में सुधार पाया गया। इस अध्ययन के आधार पर कहा जा सकता है कि तेज पत्ते का सेवन टोटल कोलेस्ट्रॉल में 20 से 24% तक की कमी ला सकता है (2)। इसलिए, तेज पत्ता खाने के फायदे डायबिटीज से बचाव में सहायक हो सकते हैं।

2. श्वसन तंत्र के लिए तेज पत्ता के लाभ

तेज पत्ता खाने के फायदे में खांसी, फ्लू, ब्रोंकाइटिस, अस्थमा व इन्फ्लूएंजा जैसी सांस से जुड़ी समस्याओं से राहत मिलना भी शामिल है (1)। तेज पत्ते के अर्क में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, इसलिए इसे सूजन कम करने में मददगार माना जा सकता है। इसमें एथनॉलिक एक्सट्रैक्ट और कुछ अन्य कंपाउंड पाए जाते हैं, जिसमें एंटीइंफ्लेमेटरी और दर्दनिवारक प्रभाव होता है। इनके कारण तेज पत्ता श्वसन तंत्र में आई सूजन और उससे पैदा होने वाली बीमारियों से बचाव कर सकता है (3)।

3. दांतों के लिए उपयोगी

दांतों के लिए भी तेज पत्ता फायदेमंद हो सकता है। वैज्ञानिक अध्ययन कहते हैं कि इसकी टहनियों में कुछ वाष्पशील (सामान्य तापमान पर आसानी से भाप बनने वाले) तेल होते हैं, जो खून के बहाव को बेहतर कर सकते हैं। साथ ही इसमें विटामिन-सी जैसे टैनिन पाए जाते हैं, जो मसूड़ों के टिश्यू में कसाव लाकर उन्हें स्वस्थ बनाए रख सकते हैं (4)। साथ ही तेज पत्ते से बनने वाली राख से मंजन करने से मसूड़े मजबूत हो सकते हैं (5)। तेज पत्ता मुंह में बैक्टीरिया को पनपने से भी रोक सकता है। एनसीबीआई की वेबसाईट पर प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार तेज पत्ते का एसेंशियल ऑयल मुंह में पाए जाने वाले स्टैफिलोकॉकस ऑरियस नामक बैक्टीरिया के खिलाफ लड़ सकता है (6)।

4. कैंसर से बचाव में सहायक

विज्ञान कैंसर जैसी खतरनाक और जानलेवा बीमारी पर लगातार रिसर्च करता आ रहा लेकिन इस बीमारी का सटीक इलाज अभी खोजना बाकी है। हां, खान-पीन का ध्यान रखकर और नियमित रूप से व्यायाम करके इससे बचाव किया जा सकता है। तेज पत्ता भी कैंसर से बचाव में सहायक खाद्य पदार्थों में से एक है। यह कैंसर कोशिकाओं के विकास में बाधा उत्पन्न करता है। एनसीबीआई की ओर से उपलब्ध एक अध्ययन में इस बात की पुष्टि की गई है। इस अध्ययन में यह भी कहा गया है कि तेज पत्ता के गुण पेट के कैंसर से बचाव कर सकते हैं (7)।

एक अन्य अध्ययन के अनुसार, तेज पत्ते के अर्क में कैंसर रोधी प्रभाव पाया जाता है, जो स्तन कैंसर के विकास को बाधित कर सकता है। तेज पत्ते में मौजूद एंटीप्रोलिफेरेटिव (कोशिका प्रसार को रोकने वाले) और साइटोटॉक्सिक (कोशिकानाशक) गुण स्तन कैंसर को पनपने से रोक सकते हैं (8)। इसलिए, कहा जा सकता है कि तेज पत्ता खाने के फायदे में कैंसर से बचाव शामिल है।

5 सूजन कम करने में तेज पत्ते के फायदे

दर्द व सूजन के लिए भी तेज पत्ते के फायदे बहुत हैं। एक ऑस्ट्रेलियाई अध्ययन में पाया गया है कि ये पत्तियां COX-2 नामक एंजाइम की गतिविधि को रोकने का काम कर सकती हैं। इस एंजाइम के कारण शरीर में सूजन बढ़ सकती है (9) (10)। इसके अलावा, इस पत्ते में मौजूद सिनेओल भी सूजन से लड़ने का काम कर सकता है (11)।

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