महा आयुर्वेदि जड़ीबूटी कचनार

                                                         
कचनार कि पहचान
कचनार एक वृक्ष है जिसमें गुलाबी कलर के बेहद सुंदर फूल लगते हैं। इसका वैज्ञानिक नाम बौहीनिया वेरिएगाटा होता है। इसे मुख्य रूप से भारत में जंगली जगहों पर पाया जा सकता है। कचनार का वृक्ष औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इसके हर हिस्से में कुछ न कुछ औषधीय गुण होते हैं। इसका उपयोग करने के कई सारे फायदे हैं, तो इसके साथ ही इसके कुछ नुकसान भी है। आज हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे कि कचनार के फायदे और नुकसान क्या क्या हैं?फूलों के आधार पर कचनार तीन प्रकार के होते हैं – लाल फूल वाले कचनार, सफेद फूल वाला कचनार और पीला फूल वाला कचनार कचनार के फूल और छाल को उबाल कर इसका काढ़ा बना कर इसे ठंडा करके इसमें शहद मिलाकर पीने से रक्त साफ होता है। इस काढ़े का सेवन करने से सर्दी, खांसी, जुकाम में भी काफी राहत मिलती है। मुंह में छाले होने की समस्या में भी कचनार का उपयोग करने से काफी फायदा मिलता है। कचनार की छाल को पानी के साथ 10 से 15 मिनट उबालने के बाद इस पानी को छान लो उसके बाद इस से कुल्ला करने से मुंह के छाले को राहत मिलती है। कचनार के फूलों का काढ़ा पीने से माहवारी में अधिक खून जाने की समस्या में राहत मिलती है, इसके लिए दिन में दो बार काढ़े का सेवन किया जा सकता है। इसी के साथ अजवाइन के साथ इस काढ़े का उपयोग करने से पेट में गैस की समस्या का भी समाधान हो जाता है। कचनार की जड़ का काढ़ा पाचन क्रिया को दुरुस्त करने में काफी सहायता करता है। कचनार के सेवन से हड्डियों संबंधित रोगों का इलाज भी किया जा सकता है।कचनार का काढ़ा और चूर्ण लेने से थायराइड की समस्या में राहत मिल सकती है,यह मेटाबॉलिज्म अच्छा करता है और वजन घटाने में भी मदद करता है। कचनार का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल भी संतुलित रहता है। लिवर से जुड़ी परेशानियों में भी कचनार का सेवन करना फायदेमंद होता है ,इससे भूख भी बढ़ती है।कचनार के फूलों का काढ़ा पीने से माहवारी में अधिक खून जाने की समस्या में राहत मिलती है, इसके लिए दिन में दो बार काढ़े का सेवन किया जा सकता है। इसी के साथ अजवाइन के साथ इस काढ़े का उपयोग करने से पेट में गैस की समस्या का भी समाधान हो जाता है। कचनार की जड़ का काढ़ा पाचन क्रिया को दुरुस्त करने में काफी सहायता करता है। कचनार के सेवन से हड्डियों संबंधित रोगों का इलाज भी किया जा सकता है। कचनार का काढ़ा और चूर्ण लेने से थायराइड की समस्या में राहत मिल सकती है,यह मेटाबॉलिज्म अच्छा करता है और वजन घटाने में भी मदद करता है। कचनार का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल भी संतुलित रहता है। लिवर से जुड़ी परेशानियों में भी कचनार का सेवन करना फायदेमंद होता है ,इससे भूख भी बढ़ती है
कचनार के फायदे

सिरदर्द मे राहत मे  दांत दर्द कि समस्या मे] मुंह कि छालो मे लाभकारी खांसी कि समस्या मे खुन साफ करने मे मदतगार] मासीक धर्म मे और लिवर कि समस्या मे] मसुडोके दर्द और आतों के रोग मे लाभकारी गण्डमाला के रोग मे फसयदेमं]  पाचनतंत्र के लिए लाभकारी पेट कि गैस कि परेशानी मे लाभकारी] पेट के किड़े और टयुमर कि गांठ कि समस्या मे] कब्ज के इलाज मे लाभकारी बवासीर या मुळव्याद मे लाभकारी पीलीया,बुखार, मे लाभकारी ल्यूकोरीया या सफेद पानी मे लाभकारी] फोड़े या घाव कि समस्या मे नाक-कान से खून निकलना कि समस्या मे ]पेशाब कि समस्या मे लाभकारी ]त्वचा रोग या सफेद दाग के लिए लाभकारी ]सांप काटनेपर कि समस्या मे फायदेमंद

                                                                                                   सिताराम सावजी उतेकर
                                                                                               महा आयुर्वेदि जड़बुटी कचनार
                                                                                                    मो नं 9833696512
विषेश जानकारी अगर किसी भी प्रकार कि त्वचा संबंधी बीमारी सफेद दाग, सोरायसीस, एज्जिमा,लाल चट्टे है तो उपर दिये हुये नंबर से संपर्क किजिए


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